घड़ियाली आँसू , विषय प्रवर्तन


नमन 🙏 :- साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई
दिनांक :- 25/02/2021 से 27/02/2021
दिवस :- वृहस्पतिवार से शनिवार
विषय :- घड़ियाली आँसू
विधा :- गद्य
विषय प्रदाता :- आ. कलावती कर्वा जी
विषय प्रवर्तन :- रोशन कुमार झा

माँ सरस्वती, साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल इकाई को नमन करते हुए, आप सभी सम्मानित साहित्य प्रेमियों को सादर प्रणाम, आज का विषय " घड़ियाली आँसू " बहुत ही रोचक विषय है , इसके लिए विषय प्रदाता आ. कलावती कर्वा दीदी जी को बहुत बहुत धन्यवाद ।

सर्वप्रथम हम घड़ियाली आँसू के बारे में बताते हैं , 
नकली आँसू , झूठ-मूठ का दुख ,  बनावटी करुणा , मगरमच्छ की आँसू  ये घड़ियाली आँसू की अन्य नाम है । इस तरह की आँसू दिखानें वाले आपको बहुत मिलेंगे ,वे झूठ-मूठ का दुख   व्यक्त कर मगरमच्छ की आँसू गिरा कर अपना काम बनाना चाहेंगे , कितने तो घड़ियाली आँसू की माया में आकर सहायता भी कर देते हैं जब उनको हकीक़त का पता चलता है तब पछतावा करते हैं , सहायता करना चाहिए पर घड़ियाली आँसू बहाने वालों को नहीं । अतः आप सभी से आग्रह है कि घड़ियाली आँसू की माया से जितना हो सके उतना बचे , अपनी इसी विचार के साथ आप सभी सम्मानीय रचनाकारों से अनुरोध है, घड़ियाली आँसू पर आधारित शानदार रचना इसी कमेंट बॉक्स में प्रेषित करें व अन्य रचनाओं पर भी अपनी प्रतिक्रिया अवश्य व्यक्त करें ।
हैश टैग का अवश्य प्रयोग करें)

आपका अपना
✍️  रोशन कुमार झा
#साहित्य संगम संस्थान पश्चिम बंगाल


कविता :- 19(18)

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